
जमीनी विवाद में अधिवक्ता को पिलाया जहरीला पदार्थ दौरान ईलाज मौत खुटहन जौनपुर दिवानी न्यायालय बार एसोसिएशन जौनपुर के युवा अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह एडवोकेट पुत्र समर बहादुर सिंह साकिन मौजा खुटहन थाना खुटहन जिला जौनपुर रजिस्ट्रेशन नम्बर UP05095/2022 अस्थाई सदस्यता संख्या 4470 का बी एच यू मे दौराने ईलाज निधन हो गया। मनोज कुमार सिंह एडवोकेट के अन्तिम वायरल वीडियो के अनुसार पुरानी रंजिश दुश्मनी की वजह से उनके पट्टीदारो व उनके सहयोगियों व थाना खुटहन के एक एस ई द्वारा आपस मे साजिश करके उन्हे रास्ते में जबरदस्ती पकड़कर पटककर काले रंग का जहर पिलाया गया था। घर से तहरीर देने जाते समय खुटहन ब्लाक के पास जिला जौनपुर मे रास्ते मे ही वकील साहब बेहोश हो गये थे, उसी रास्ते से कोर्ट जा रहे अधिवक्ता पदमाकर उपाध्याय उन्हे अपने निजी वाहन से सदर हास्पिटल जौनपुर मे भर्ती कराये व उनके परिजनों को सूचित दिए। सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने उल्टी न बंद होने की वजह से प्वाजनिंग का केस बता कर बीएचयू अस्पताल रेफर कर दिया, जहां पर वे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती हुए लेकिन बीएचयू में भी उनकी उल्टी बंद नहीं हुई, अंततः आज सुबह उन्होंने बी एच यू हॉस्पिटल में ही दम तोड दिया। मामला विशाख पदार्थ पुलिस का होने की वजह से लंका थाने में सूचना दिया गया तो पुलिस कर्मियों ने लाश का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इधर एक साल पहले वकील साहब का पैर उन्ही पट्टीदारों ने तोड दिया था उससे पहले भी कई बार वकील साहब से मारपीट कर चुके थे और कई बार तहसील शाहगंज मे भी वकील साहब को वही पट्टीदार मार पीट चुके थे। इन्ही पट्टीदारो के डर से इस समय वकील साहब करीब दो सालों से घर छोडकर खेतासराय बाजार मे किराये पर रहते थे, और अन्ततः आज वही पट्टीदार वकील साहब की हत्या करने मे सफल हो गये। घटना की खबर लगते ही दीवानी न्यायालय अध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक महोदय से बात किया है और तुरंत कडी कार्यवाही की मांग की । दूर भाषा के द्वारा एस आई सकलदीप सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि अधिवक्ता के द्वारा हमसे किसी प्रकार का कोई बातचीत नहीं हुआ है न ही हम उनके हलके का प्रभारी हूं यह आरोप पूरी तरह गलत है।प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार पहले दिन नापी होते समय मारपीट होने पर अधिवक्ता के द्वारा तत्काल थाने पर प्रार्थना पत्र दिया गया था परंतु थाना अध्यक्ष दिव्य प्रकाश सिंह की लापरवाही से अधिवक्ता का ना तो एफ आई आर पंजीकृत किया गया न तो मेडिकल कराया गया हौसला बुलंद अपराधी पुलिस की निष्क्रियता का फायदा उठाकर अधिवक्ता की हत्या कर दिए। अधिवक्ता के पूरे परिवार वी गांव में अशोक की लहर व्याप्त है पुलिस की इस लापरवाही को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। रिपोर्ट एडिटर इन चीफ अमित कुमार पाण्डेय 9415323958